"कथा स्थान हरिद्वार "
एकादश रुद्र पीठ भारत माता पुरम हरिद्वार उत्तराखंड ।
"श्री मद् भागवत कथा - श्री राम कथा - श्री शिव महापुराण कथा - श्री मद् देवी भागवत कथा आदि "।
मानव जीवन की सार्थकता में करणीय कर्म और अकरणीय कर्म बोध से परिपूर्ण जीवनशैली सुखी शान्ति मय जीवन का पथ अपनाकर न केवल अपनें को सम्रद्ध शाली बनाता है, बल्कि परिवार समाज राष्ट्र के साथ साथ विश्व के लिए गौरवशाली पथ निर्माता बन जाता है ।
यही सब ज्ञान विज्ञान का दर्शन मिलता है उन भारतीय पूज्य सभी ग्रन्थों में जिसे कथा वाचक तथा कथा श्रोता पढकर और सुनकर चिंतन मनन कर आत्मसात् करते हैं।
भारतीय तीर्थ स्थल जहाँ पर मन बुद्धि स्वयं शांति पाती है ।मन वैरागी होता है तब इस अवस्था में जब होगा तो कथा अति प्रभावी प्रभाव डालती है ।मनोरथ पूर्ण करने की शक्ति प्रदान करती है । गंगा जैसा तट व गंगा मैया के स्नान हो संतो के निरमल मन से दर्शन सत्संग तीर्थ स्थल दर्शन आदि का एक अद्भुत अनुभव जब होगा तो कथा सार्थकता का लाभ ससंकल्प अवश्य देती है ।
आइये वह पावन स्थल एकादश रुद्र पीठ भारत माता पुरम हरिद्वार उत्तराखंड में, यहाँ कथा के लिए दो बड़े बड़े हाल जिसमें एक हाल में दो सौ , दूसरे हाल में तीन सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था है । बड़ी रसोईघर है । पन्द्रह ए सी डबल बैड अटैच लैटवाथ बालकनी सहित कमरे तथा दस बिना ए सी कमरे उपलब्ध हैं । भारत माता मन्दिर के पीछे तथा निकट में हैं गंगा मैया का सप्तश्रषि आदि स्थल चार पांच फर्लांग दूर है।
स्टेशन से ऋषिकेश रोड पर भोपतवाला में हरिद्वार का ह्रदय स्थल यह एकादश रुद्र पीठ है ।
संस्थापक अधिष्ठाता महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंन्द सरस्वती (संतोष गुरु जी )महाराज हैं ।
अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क सूत्र 9827071716
संस्थापक अधिष्ठाता महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंन्द सरस्वती (संतोष गुरु जी )महाराज जी ।
1-श्रीहनुमंत निवास-श्री हिंगोटा वाले सिद्ध बाबा महाराज
मन्दिर ग्राम बरहा परगना लहार जिला भिण्ड मध्यप्रदेश।
2-दिव्य सत्संग सदन श्री हनुमान गढ़ी बरहा भिण्ड लहार
3-गंगा गौ सेवा धाम धर्मशाला बरहा भिण्ड मध्यप्रदेश।
4- श्री हनुमान सत्संग धाम ग्वालियर मध्यप्रदेश ।
5- श्री हरि अवतार दर्शन पीठ ग्वालियर मध्यप्रदेश ।
6-ग्रन्थागार श्री हनुमान सत्संग धाम ग्वालियर मध्यप्रदेश।
7- वानप्रस्थ आश्रम सेवा मंडल श्री हनुमान सत्संग धाम ।
8- श्री चण्डी धाम भैंसाखेड़ी भोपाल मध्यप्रदेश ।
9- एकादश रुद्रपीठ भारत माता पुरम हरिद्वार उत्तराखंड।
10- श्री महाबली हनुमान मठ बैतूल मध्यप्रदेश ।
11- तीर्थ सदन भारत माता पुरम हरिद्वार उत्तराखंड ।
(वृन्दावन -चित्रकूट-अयोध्या-काशी-उज्जैन में प्रस्तावित)
अ-श्री हनुमान सत्संग धाम सेवा समिति ग्वालियर म,प्र,।
ब-सेवा साधना संस्थान समिति बरहा ग्वालियर म, प्र ,।
स- आनंद शर्मा एवं संस्कृति समन्वय शोध संस्थान समिति ग्वालियर मध्यप्रदेश ।
द-सार्थक साहित्य संघ ग्वालियर मध्यप्रदेश ।
ई- ब्राह्मण सर्व सेवा संघ ग्वालियर मध्यप्रदेश ।
(सेवा प्रकल्प संचालित विविध संगठन)
दैहिक दैविक भौतिक ताप निदान व जिज्ञासा समाधान
"समय प्रात:9बजे से 5बजे तक"
ब्रह्म विद्या योग पीठम् गुरु गद्दी प्रातः9बजे से 5बजेतक।
एकादश रुद्र पीठ भारत माता पुरम हरिद्वार उत्तराखंड ।
पीठाधीष्वर संस्थापक अधिष्ठाता महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंन्द सरस्वती (संतोष गुरु जी ) महाराज।
बिन बोले ही जानते सबके मन की बात ।
सेवा में तत्पर रहें क्या दिन और क्या रात।।
पंजीयन 9827071716 पर करायें जानकारी के लिए।
(आवास भोजन शुद्ध शाकाहारी बुक करा सकते हैं )
पूजा पाठ जाप हवनादि अनुष्ठान के लिए पंजीकरण।
चार धाम यात्रा व्यवस्था भी उपलब्ध है पंजीयन करायें।
स्वैच्छिक सहभागिता हेतु जानकारी सुविधा के लिए है।
श्री हनुमान सत्संग धाम सेवा समिति ग्वालियर मध्यप्रदेश के तत्वावधान में निशुल्क गद्दी से भक्तों को लाभ प्राप्त हो, इस हेतु यह सेवा प्रकल्प संचालित है।
संसार में धर्म का व्यापारीकरण अधिक होता जा रहा है ।
लोग कलियुग के बीच शारीरिक-मानसिक बौद्धिक आत्मिक पारिवारिक समस्याओं से ही परेशान नहीं बल्कि देवी देवताओं यंत्र मंत्र तंत्र के चक्कर में भी पीडित एवं भौतिक आपदाओं से भी संकटों में फंसे हैं ।
पचास वर्षों से अधिक समय से लाभान्वित हुए भक्तों द्वारा गुरु गद्दी का गुणगान किये जाना आस्था विश्वास के उदाहरण हैं ।
आध्यात्मिक श्री हनुमान जी की क्रपा शक्ति से श्री श्री 1008परमहंस श्री पागलदास जी महाराज समाधि स्थल बरहा की महिमा से साधना साध्य- क्रपा साध्य महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंन्द सरस्वती (संतोष गुरु जी )महाराज द्वारा यह पुनीत सेवा कार्य संपादित होता है ।
आइये अपनी स्वेच्छा से निष्ठा विश्वास के साथ सहभागिता कर स्वानुभूति से भारत की धरोहर को प्रणाम करें ।।शुभकामनाएं 8171495387 ।
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टिप्पणी-- इसी दिव्य दरवार ब्रह्म विद्या योग पीठम् गुरु गद्दी से ग्वालियर मध्यप्रदेश में लाभान्वित होते हैं भक्त।
स्थान - श्री हनुमान सत्संग धाम श्री हरि अवतार दर्शन पीठ क्रष्णा विहार ग्वालियर मध्यप्रदेश।पिन 474011
मंगल मूरति मारुति नंदन मंदिर के सभागार में ब्रह्म विद्या योग पीठम् गुरु गद्दी पर आइये संकट से छुटकारा पाईये । स्वेच्छा से दिया दान-पुण्य सामग्री मान्य है । दैहिक दैविक भौतिक ताप निदान व जिज्ञासा समाधान का लाभ निःशुल्क मिलता है ।
प्रति मंगलवार एवं शनिवार तथा प्रति पूर्णिमा को दिव्य दरवार का समय दोपहर 11बजे से 02 बजे तक रहता है । पंजीकरण की व्यवस्था मोबाइल नंबर 9827071716 पर उपलब्ध है । स्थान पर जाकर भी पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्ध है ।
आवास भोजन आदि शुद्ध शाकाहारी बुक करा सकते हैं।
पूजा पाठ जाप हवनादि अनुष्ठान के लिए पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्ध है पंजीयन करायें ।
संचालित 101 सेवा प्रकल्पों का समय समय पर लाभ उठायें ।सहभागिता हेतु स्वतंत्र रूप से स्वैच्छिक संगठनों के दायित्व निर्वहन की निष्ठा विश्वास के साथ सेवा में सहभागी बनें ।शुभकामनाएं ।
एकादश रुद्र पीठ भारत माता पुरम हरिद्वार उत्तराखंड ।
संस्थापक अधिष्ठाता महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंन्द सरस्वती (संतोष गुरु जी) महाराज ।
"योग साधना शिविर एवं ब्रह्म विद्या योग साधना "
मानव जीवन में कौतूहल आश्चर्य के लिए अनेक जिज्ञासायें हैं । जैसे संसार का अद्भुत अकल्पनीय निर्माण पालन और रूपांतरण संघार निरंतरता में रहता है ।इसका कर्ता कौन है । पंच तत्वों का निर्माण व उनसे उत्पन्न जगत नाना रूप गुण कर्म स्वभाव में है । चेतन जीवधारियों का अचेतन होना अर्थात जन्म और मृत्यु व अचेतन सूखे बीज से हरे चेतन ब्रक्षों का होना आदि और अनादि काल से यह सभी प्रकार के स्रष्टि में लक्षण द्रष्टिगत होते हैं । इनका नियंत्रण कर्ता कौन है?
तीन काल की बातों को जान लेना हमारे ऋषि-मुनियों साधकों की ऐतिहासिक परम्परा देखने-सुनने को मिलती है । भले ही सभी सब कुछ नहीं जानते। पर ज्ञान और विज्ञान के साथ सद्ज्ञान की विद्या से मानव ने सब कुछ नहीं पर बहुत कुछ जानने के लिए प्रयास किया और सफलता मिली । ब्रह्म विद्या योग भी उन्हीं तमाम विद्याओं में से एक वह विद्या है ,जो अदृश्य अद्भुत अकल्पनीय ज्ञान विज्ञान का द्रश्य दर्शन करने कराने का अनुभूति जन्य आश्रय अवलम्बन पद्धति की विद्या है ।
यह साधना उपासना त्याग तपस्या के योग मय साधन में से एक है । जिससे त्रिकालदर्शी द्रष्टि प्राप्त होती है । साधकों की अपनी अलग-अलग अवस्थाओं से परिणाम भी सिद्धि और सफलता के एक जैसे प्राप्त नहीं हो सकते हैं। किन्तु शरीर की नीरोगता में मन की निर्मलता के साथ पद्धति सहित प्रयोग अवश्य भारतीय आध्यात्मिक जीवन का पथ प्रशस्त करेगा और सकारात्मक अनुकूलन होगा ।मन की शांति के लिए स्वस्थ शरीर के हेतु ब्रह्म विद्या योग अनुपम है ।दैहिक दैविक भौतिक ताप निदान व जिज्ञासा समाधान का श्रेष्ठ साधन भी है।
ब्रह्म विद्या योग पीठम् से साधना उपासना आदि शिविर लगते हैं ।जो लोग स्वेच्छा से इसकी सहभागिता कर लाभ चाहते हैं वे 982707171 मोबाइल नंबर पर अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क कर सकते हैं ।
योग शिविर हेतु स्वतंत्र रूप से भी साधक लोग सहभागी बनें । संस्थान पर हाल ठहरने के लिए कमरे पाकशाला खुली छत आदि व्यवस्था उपलब्ध है ।सम्पर्क करें ।
मोबाइल नंबर 9827071716 पर ।।
श्री हनुमान सत्संग धाम श्री हरि अवतार दर्शन पीठ ग्वालियर मध्यप्रदेश के तत्वावधान में संस्थापक महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंन्द सरस्वती (संतोष गुरु जी ) महाराज के मार्ग दर्शन में शिष्य भक्तों द्वारा सेवा धर्म का अपनाया जाने वाले पुरुषोत्तम काम ।
भारतवासियों को सेवा धर्म संस्कारों से ही प्राप्त है। राज्य सरकारों और भारत सरकार के अलावा अनेक संगठन सेवा कार्य करते आये हैं ।
धर्म का व्यापारीकरण अधिक होता जा रहा है ।इसीलिए हमारे संस्थान द्वारा धर्म के व्यवसायीकरण के बिरोध में समय समय पर आवाज उठाते हुए ही बिना चंदे के तथा बिना शासकीय सहयोग राशि आदि के द्वारा सभी प्रकल्पों को लगभग पचास वर्षों से संचालित किया जा रहा है ।धन की व्यवस्था श्री ब्रह्म विद्या योग पीठम् गुरु गद्दी व श्री हनुमान जी की क्रपा से प्राप्त दक्षिणा धनादि का शुद्ध शास्त्रोक्त दान दक्षिणा का सदुपयोग सम्मिलित हैं । स्वेच्छा से दिया दान-पुण्य सामग्री सम्मिलित हैं ।
(1) आध्यात्मिक सेवा प्रकल्प ------
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( अ) ब्रह्म विद्या योग ।
( ब) सत्संग ।
(स) उपासना ।
(द) पूजा पाठ ।
(इ) जाप हवनादि ।
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(2) धार्मिक सेवा प्रकल्प---------
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(अ) नित्य भगवत सेवा आरती पूजा प्रसाद सत्संग तथा संकीर्तनादि ।
(ब) गौ सेवा साधु संत आचार्य सेवा ।
(स) श्री हरि के चौबीस अवतारों की जयंती , द्वादश ज्योतिर्लिंग महाशिवरात्रि , नवदुर्गा, सप्तश्रषि ,श्री हनुमान जयंती, गुरु पूर्णिमा शंकराचार्य व तुलसी जयंती ।
(द) वार्षिक महोत्सव, यज्ञ, कथा , अनुष्ठान, जाप, पाठ। (इ) श्री राम चरित मानस (नित्य) ,वैदिक पौराणिक पाठ, अभिषेक श्रृंगार अखंड दीपादि एवं भंडारा ।
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(3) सामाजिक सेवा प्रकल्प---------
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(अ) वानप्रस्थ आश्रम - वरिष्ठ नागरिक सेवा, नारी सशक्तिकरण, वाल सेवा, अतिथि सेवा।
(ब) दीन हीन सेवा, विकलांग सेवा, निराश्रित सेवा।
(स) त्योहारों पर आयोजन जैसे होली - दशहरा, दीपावली , राखी ,नव वर्ष गुड़ी पड़वा आदि पर मिलन व
सहभोज ।
(द) सामूहिक विवाह, सुख - दुःख में सहभागिता ।
(इ) शिक्षा - स्वास्थ्य , चिकित्सा शिविरों का आयोजन, सामाजिक चेतना मंच, पर्व स्नान तीर्थ यात्रा आदि सेवायें।
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(4) साहित्यिक सेवा प्रकल्प--------
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(अ) सत्संग धाम मासिक पत्रिका ।
(ब ) सार्थक साहित्य लेखन एवं मुद्रण ।
( स) ग्रंथागार की स्थापना व भाषा पर्व ।
(द) मासिक काव्य गोष्ठी ।
(इ)अखिल भारतीयआध्यात्मिक कवि सम्मेलन(वार्षिक)।
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(5) राष्ट्रीय त्योहार सेवा प्रकल्प--------
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(अ) स्वतंत्रता दिवस ।
(ब) गणतंत्र दिवस ।
(स) वाल दिवस ।
(द ) शिक्षक दिवस ।
(इ) गांधी जयंती ।
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(6) सांस्कृतिक सेवा प्रकल्प----------
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(अ) संगीत साधना गायन वादन।
( ब) भजन संकीर्तन मंडल ।
(स) प्रतियोगिता संस्कृति कला ।
(द) वेशभूषा कलाकृति धरोहर ।
(इ) पुरातन संस्कृति समन्वय चेतना मंच।
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(7) प्राकृतिक पर्यावरण संरक्षण सेवा प्रकल्प---------
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(अ) प्राणी संरक्षण सेवा प्रबंधन ।
(ब) वृक्षारोपण एवं संरक्षण ।
(स) जल प्रबन्धन ।
(द) चेतना मंच शिविर ।
(इ) प्राकृतिक आपदा प्रबंधन ।
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(8) राज धर्म चिंतन सेवा प्रकल्प-----------
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(अ) राजनैतिक दलों की विचारधारा में भारतीय दर्शन ।
(ब) भारतीय सनातन धर्म के लिए भूमिका ।
(स) समाजिक सरोकार व समन्वयन की कार्य प्रणाली ।
(द) न्याय व्यवस्था तथा संवैधानिक संरक्षण ।
(ई) चुनाव में विवेकी धारणाओं से मत प्रयोग महत्व ।
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(9) विविध सेवा प्रकल्प -------------
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(अ) जल प्रदाय , स्वच्छता प्रबंधन ।
(ब) तकनीकी सेवा, विद्युत प्रबंधन ।
(स) न्याय, शासन ,प्रशासन सेवा प्रबंधन ।
(द) मीडिया प्रबंधन ।
(ई) पांडाल ध्वनि यंत्र आदि प्रबन्धन ।
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"एवं "
"प्रति मंगलवार एवं शनिवार "
दैहिक दैविक भौतिक ताप निदान व जिज्ञासा समाधान
"समय दोपहर 11बजे से 02बजे तक ।
मंगल मूरति मारुति नंदन-ब्रह्म विद्या योग पीठम् गुरु गद्दी स्थान - श्री हनुमान सत्संग धाम श्री हरि अवतार दर्शन पीठ क्रष्णा विहार ग्वालियर मध्यप्रदेश पिन 474011 ।
मानव जीवन अनेक जिज्ञासायें लिये हुए अग्रसर होता है।
संसार की विषमताओं से दैहिक और दैविक तथा भौतिक संकटों से भी जूझता है ।यंत्र मंत्र तंत्र के चक्कर में भी पीडित एवं भौतिक आपदाओं से भी संकटों में कभी-कभी घिर जाता है । आध्यात्मिक दिशा का आश्रय तब बहुत बड़े अवलम्बन के रूप में आशानवित रखता है।
हालांकि वर्तमान समय में धर्म का व्यापारीकरण अधिक होता जा रहा है । जिस त्याग तपस्या परस्वारथ परमारथ रत जीवन का उद्देश्य साधना शक्तियों का सदुपयोग रहता वहीँ अब उद्देश्य व परिभाषाएं बदलती जा रही हैं।
श्री हनुमान सत्संग धाम श्री हरि अवतार दर्शन पीठ ग्वालियर मध्यप्रदेश में संचालित 101सेवा प्रकल्प निःशुल्क रूप से संचालित किये जा रहा हैं । स्वैच्छिक दान दक्षिणा सामग्री को मान्यता संस्थान में है ।
भारतवासियों के अलावा अन्य देशों के भक्त लाभान्वित होते रहे हैं ।इसीलिए श्रद्धा निष्ठा विश्वास का यह सिद्ध शक्ति पीठ है। यहां नित्य भक्तों का आगमन होता है ।समय समय पर संचालित सेवाओं का लाभ व स्वैच्छिक सेवाओं की सहभागिता भी जीवन का अंग बना लेते हैं ।
तन - मन - धन से सेवार्थ सार्वजनिक धार्मिक सामाजिक साहित्यिक सांस्कृतिक राजनीतिक आध्यात्मिक प्राकृतिक राष्ट्रीय शैक्षिक साधना त्मक गतिविधियों के सेवा प्रकल्पों का हिस्सा बनने बाले भक्तों का आदर्श आचरण मानव जीवन की सार्थकता की प्रेरक बनता है।
इस पावन पीठ पर श्री हरि के चौबीसों अवतारों की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई है । श्री शिव पंचायत के साथ द्वादश ज्योतिर्लिंगों की प्रतिष्ठा की गई है ।
आल्हादिनी शक्ति भवानी तथा तीनों महाशक्तियों के साथ नवदुर्गा माताओं की इस पावन पीठ पर प्रतिष्ठा की गई है । श्री श्री 1008परमहंस श्री पागलदास जी महाराज समाधि स्थल बरहा की प्रतिमा प्रतिष्ठा के साथ साथ सप्तश्रषि मंडल की यहाँ प्राण प्रतिष्ठा है।
साधना त्मक व शक्तियों के इस दिव्य पावन पीठ पर दर्शनार्थियों का सदैव आगमन होता रहता है ।
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